रविवार 5 अक्तूबर 2025 - 12:12
शहीद हुज्जतुल इस्लाम हैदरी की शहादत इस बात का प्रतीक है कि क्रांतिकारी उलेमा आज भी जनता के कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं

हौज़ा / ईरान के हौज़ा ए इल्मिया के प्रमुख आयतुल्लाह अली रज़ा अराफी ने तेहरान में मस्जिद बक़ीयतुल्लाह (अज) के इमाम ए जमाअत हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन वलीउल्लाह हैदरी की शहादत पर गहरा दुःख और शोक व्यक्त किया उन्होंने कहा कि यह दु:खद घटना एक बार फिर साबित करती है कि क्रान्तिकारी उलेमा हमेशा जनता के साथ खड़े हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , ईरान के हौज़ा ए इल्मिया के प्रमुख आयतुल्लाह अली रज़ा आराफ़ी ने तेहरान में मस्जिद बक़ीयतुल्लाह (अज) के इमाम-ए-जमाअत हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन वलीउल्लाह हैदरी की शहादत पर गहरा दुःख और शोक व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि यह दुखद घटना एक बार फिर साबित करती है कि क्रान्तिकारी उलेमा हमेशा जनता के साथ खड़े हैं और दुश्मन चाहे जितनी भी साजिशें कर ले, वह जनता और उलेमा के बीच दूरी नहीं बना सकता।

आयतुल्लाह अराफी ने अपने शोक संदेश में कहा, ज़ुहर की नमाज अदा करने के बाद, एक निष्ठावान और सेवाभावी धर्मशास्त्री, हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन हाज़ शेख वलीउल्लाह हैदरी, एक गुमराह युवक के हाथों शहीद कर दिए गए, जो दुश्मन के ज़हरीले प्रचार से प्रभावित था। यह घटना एक बार फिर उस सच्चाई को उजागर करता है कि क्रान्तिकारी उलेमा जनता के बीच और उनके साथ हैं, चाहे दुश्मन कितनी भी कोशिश कर ले कि उनके बीच दूरी पैदा कर दे।

उन्होंने आगे कहा,आज के उलेमा भी पिछले उलेमा की तरह जनता, वतन और इस्लामी विचारों की रक्षा में सीना तानकर खड़े हैं। उलेमा ने हमेशा वैज्ञानिक, प्रचार और आध्यात्मिक जिहाद के माध्यम से दुश्मनों की योजनाओं को विफल किया है और आधुनिक इस्लामी संस्कृति की स्थापना तक अपना संघर्ष जारी रखेंगे।

हौज़ा ए इल्मिया के प्रमुख ने इस दुखद घटना पर मरहूम के परिवार, शागिर्दों (विद्यार्थियों)के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और न्यायपालिका और सुरक्षा एजेंसियों से मांग की कि वे इस अपराध के सभी पहलुओं की तत्काल और गंभीर जांच करें और ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं।

याद रहे कि पिछले गुरुवार की दोपहर तेहरान के इलाके बाग ए फैज़ में स्थित मस्जिद बक़ीयतुल्लाह (अज) में नमाज से पहले एक युवक ने अचानक इमाम-ए-जमाअत पर दो चाकुओं से हमला कर दिया।

नमाज़ पढ़ने वालों ने हमलावर को तुरंत नियंत्रण में ले लिया और पुलिस को सूचित किया। घायल धर्मशास्त्री को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वह अपने घावों से उबर नहीं पाए और शहादत के दर्जे पर फ़ाइज़ हो गए।पुलिस और न्यायिक अधिकारियों ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।

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